बुधवार, 22 अक्तूबर 2008

अगर चाहते जीना हर पल

अगर चाहते जीना हर पल एक पल को मरना होगा
जीवन है एक जंग भयंकर इससे तो लड़ना होगा
अपने सपने हों सब सुंदर , ये सारा जग एक समंदर
ढूंढ़ रहे हम महज सीपियाँ लेकर गोते इसके अन्दर
अगर चाहते पाना मोतीइंतजार करना होगा
जीवन है एक जंग भयंकर इससे तो लड़ना होगा
जब जब आंधी तेज चलेगी दवाजे भी स्वतः खुलेगी
बनेगी रहें पर्वत पर भी बला जो आए सभी टलेगी
नैया टूटे किस्मत रूठे भवसागर तरना होगा
जीवन है एक जंग भयंकर इससे तो लड़ना होगा
आए जग में कितना लेकर किस्मत की कुछ रेखा लेकर
साथ नहीं कुछ जाने वाला फिर क्यों जियें रोना रो कर
होना है जो अटल रहेगा उन सबको सहना होगा
जीवन है एक जंग भयंकर इससे तो लड़ना होगा

कोई टिप्पणी नहीं:

मेरे बारे में