बजने लगा है बैंड
मानवता को मार कर भर कर अपना जेब
लाल टमाटर बन गए या फिर बन गए सेव
पैसा है परदेस में खुद बन बैठे नाग
काले धन के कोढ़ ने लगा दिया है दाग
अरबो खरबों पहुँच गया मजे में स्वीटजरलैंड
बदहाली अपने यहाँ बजने लगा है बैंड
गुरुवार, 27 जनवरी 2011
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