आजादी
कूड़े की क्या कहें कहानी क्या उसके अरमान
कूड़ा तो कूड़ा मगर कूड़ा है शैतान
कूड़ा है शैतान शरारत करता है हम सब से
हव़ा चले तो सड़क पर आये या गुजरे ऊपर से
कभी कार के शीशे पर , जाम करे कभी चक्का
सड़क पर कूड़ा फेंके कोई लगता है तब धक्का
कूड़ेदान में फेंको कूड़ा होगी क्या बर्बादी
मच्छर भी कंट्रोल में होंगे होगी तब आजादी ||
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें